Sunday 11 February 2018

मोहन भागवत का बड़ा बयान- देश के लिए तीन दिनों में सेना तैयार कर देगा संघ

Sunday, February 11, 2018

मोहन भागवत का बड़ा बयान- देश के लिए तीन दिनों में सेना तैयार कर देगा संघ

Publish Date:Sun, 11 Feb 2018 08:46 PM (IST)
मोहन भागवत का बड़ा बयान- देश के लिए तीन दिनों में सेना तैयार कर देगा संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने मुजफ्फरपुर में कहा कि देश को जरूरत पड़ी तो तीन दिनों में आरएसएस की सेना तैयार हो जाएगी।
पटना/मुजफ्फरपुर [जागरण टीम]। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख डॉ. मोहनराव भागवत ने कहा है कि उनके स्वयंसेवक देश की रक्षा के लिए तैयार हैं। देश को जरूरत पड़ी और संविधान इजाजत दे, तो तीन दिनों में ही वे सेना के रूप में मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार हो जाएंगे। हमें संघ और संगठन की नहीं, बल्कि देश की चिंता है। उन्‍होंने रविवार को मुजफ्फरपुर के जिला स्कूल मैदान में आयोजित स्वयंसेवकों के खुले सम्मेलन और पटना शाखा मैदान में स्‍वयंसेवकों को संबोधित किया।
मातृभूमि की रक्षा को तत्पर संघ कार्यकर्ता
मुजफ्फरपुर में भारत-चीन युद्ध का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सिक्किम सीमा क्षेत्र तेजपुर से पुलिस थाने के सिपाहियों का पलायन हो गया। उस समय सीमा पर सेना के जवानों के आने तक संघ के स्वयंसेवक डटे रहे। नागरिकों को साहस बंधाया, ताकि, लोग वहां से भागे नहीं। स्वयंसेवकों को जब भी जो जिम्मेदारी मिली, पूरी तत्परता से उसका निर्वाह किए।
संघ प्रमुख ने कहा कि नौजवानों की यह क्षमता शाखा में जाने के कारण होती है, जहां उन्हें खेलकूद, शारीरिक प्रशिक्षण से लेकर अपनी मातृभूमि के लिए समर्पित होने का संस्कार मिलता है। भारतीय जीवन मूल्यों की समझ होती है। समाज को संस्कारित करने के लिए नियमित रूप से शाखा जाने की जरूरत है।
आचरण से होगा सामाजिक बदलाव
उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता का माहौल सिर्फ बातों से नहीं बल्कि, व्यवहार से पैदा होगा। तमाम नेता चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करते हैं। जनता भी उन दावों की हकीकत समझती है।  चुनाव के समय नेताओं के ऐसे दावे पर जनता की बेबाक टिप्पणी भी सुनने को मिलती है। इसलिए स्वयंसेवकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने आचरण से वो कर दिखाएं जिससे सामाजिक समरसता का वातावरण बने।
स्त्राेत : जागरण
https://www.jagran.com/bihar/muzaffarpur-mohan-bhagwat-says-rss-can-prepare-army-in-three-days-for-country-17499310.html

Saturday 10 February 2018

RSS के चिंतन शिविर में बोले भागवत- राष्ट्रीय चरित्र के बिना देश की प्रगति संभव नहीं

Saturday, February 10, 2018

RSS के चिंतन शिविर में बोले भागवत- राष्ट्रीय चरित्र के बिना देश की प्रगति संभव नहीं


Publish Date:Sat, 10 Feb 2018 10:51 PM (IST)
RSS के चिंतन शिविर में बोले भागवत- राष्ट्रीय चरित्र के बिना देश की प्रगति संभव नहीं
आरएसएस के उत्तर पूर्व क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के चिंतन शिविर के समापन सत्र में मोहन भागवत ने कहा कि राष्‍ट्रीय चरित्र के बिना देश की प्रगति संभव नहीं है।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। देश की प्रगति के लिए ठेका देने की आदत को छोडऩा होगा। यह सिर्फ किसी व्यक्ति या व्यक्ति समूह का दायित्व नहीं है। सबलोग तन, मन व धन से देशहित में काम करेंगे, तभी देश आगे बढ़ेगा। ये उद्गार आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहनराव भागवत ने व्यक्त किए। वे शनिवार को संघ के कार्यकर्ताओं के चिंतन शिविर को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश की प्रगति किसी शॉर्टकट सिस्टम से सम्यक रूप में नहीं हो सकती है। यह मानकर कि प्रगति का ठेका देकर देश का विकास हो जाएगा, तो ऐसा सोचना उचित नहीं है।
सभी की भागीदारी होनी चाहिए
विश्व के बुद्धिजीवियों का एक ही मत है कि सद्गुण संपन्न होकर ही प्रगति संभव है। जब तक समाज के जन सामान्य मनुष्य में सद्गुणों का विकास नहीं होगा, उनमें राष्ट्रीय सोच पैदा नहीं होगी। वे जब देशहित में काम करेंगे, तभी उनमें राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण होगा। यह सिर्फ व्यक्ति या व्यक्ति समूह का दायित्व नहीं है, बल्कि तन, मन व धन से देशहित में काम करेंगे, तभी देश आगे बढ़ेगा।
समाज को कुटुम्ब समझें
स्वयंसेवकों का आह्वान किया कि प्रत्येक कार्यकर्ता स्वयं के जीवन से समय निकाल कर समाज कार्य करे। समाज बंधुओं के प्रति अपनत्व का भाव लेकर गांव-गांव तक जाए। सभी को समाज कार्य के लिए प्रेरित करे। स्वयंसेवकों की ये जिम्मेदारी है कि वे अपने अनुकरणीय समाज सेवा का उदाहरण लोगों के समक्ष प्रस्तुत करें। कर्तव्यनिष्ठा, नेतृत्व, व्यक्तित्व, विवेक और भक्ति जैसे सद्गुण से अपने को संपन्न बनाएं। उन्होंने व्यक्तित्व विकास को बेहद महत्वपूर्ण बताया। ऐसा करने से ही समाज में योग्य परिवर्तन आएगा और देश सभी प्रकार से विवेक सम्मत दिशा में आगे बढ़ेगा।
खिचड़ी भोज का आयोजन
शनिवार को संघ के चिंतन शिविर में खिचड़ी भोज का आयोजन हुआ। भोजन परोसने की जिम्मेदारी भाजपा कार्यकर्ताओं की रही। बता दें कि भोजन परोसने की जिम्मेदारी प्रत्येक दिन संघ के अलग अलग आनुषंगिक संगठनों की है।

Friday 9 February 2018

आरएसएस के चिंतन शिविर में बोले भागवत- राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण

Friday, February 9, 2018

आरएसएस के चिंतन शिविर में बोले भागवत- राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण

Publish Date:Fri, 09 Feb 2018 11:21 AM (IST)
आरएसएस के चिंतन शिविर में बोले भागवत- राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण
बिहार के मुजफ्फरपुर में आरएसएस के चिंतन शिविर में सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने कहा कि जब युवा राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करेंगे, तभी उनके जीवन का लक्ष्य पूरा होगा।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। 'राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्हें अपने जीवन का लक्ष्य व्यक्तिगत उपलब्धि तक सीमित नहीं रखना चाहिए। जब युवा राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करेंगे, तभी उनके जीवन का लक्ष्य पूरा होगा।' ये बातें सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने गुरुवार को कहीं। वे कांटी के सदातपुर स्थित भारती शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान में आरएसएस के चिंतन शिविर के तीसरे दिन युवा स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि युवाओं को सिर्फ परीक्षा उत्तीर्ण करने तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि विषय का पूरा ज्ञान अर्जित करना चाहिए। यही भारतीय ज्ञान की परंपरा रही है। युवा शाखाओं की संख्या भी बढ़ाएं। उसके लिए समाज के हर वर्ग के युवाओं को जोड़ें। शाखाओं के माध्यम से जरूरतमंद युवाओं को ऐसा रास्ता दिखाएं, जिससे वे जीवन के लक्ष्य से भटकें नहीं।
गांवों से शहरों फिर महानगरों तक युवाओं के पलायन को संघ प्रमुख ने उचित नहीं ठहराया। उन्होंने कहा कि समाज की मौजूदा बदहाली के लिए पलायन मानसिकता ही जिम्मेदार है। ऐसे में आशावान कार्यकर्ताओं पर युवाओं को संस्कारित करने और राष्ट्र निर्माण के अभियान में शामिल करने की महती जिम्मेदारी है।
स्त्राेत : जागरण
https://www.jagran.com/bihar/muzaffarpur-mohan-bhagwat-says-role-of-youth-in-nation-building-is-important-17482832.html

Tuesday 6 February 2018