Wednesday 24 October 2018
Thursday 4 October 2018
ଇସଲାମପୁର ହିଂସାକାଣ୍ଡ, ପଶ୍ଚିମବଙ୍ଗ ମନ୍ତ୍ରୀ ପାର୍ଥ ଚାଟାର୍ଜୀଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଲିଗାଲ୍ ନୋଟିସ
କୋଲକତା, ୪/୧୦ : ପଶ୍ଚିମବଙ୍ଗରେ ମୁସଲିମ୍ମାନଙ୍କ ସଂଖ୍ୟା ଏତେ ବଢ଼ିଯାଇଛି ଯେ, କଥାକଥାକେ ହିନ୍ଦୁମାନଙ୍କୁ ସେଠାରେ ଆକ୍ରମଣର ଶୀକାର ହେବାକୁ ପଡ଼ିଛି । ଏହି କ୍ରମରେ ଉତ୍ତର ଦିନଜପୁର ଜିଲ୍ଲାର ଇସ୍ଲାମପୁର ଅଞ୍ଚଳରେ ଥିବା ଏକ ସ୍କୁଲ୍ରେ ଗତ ୨୬ ତାରିଖ ଦିନ ୨ ଜଣ ସ୍କୁଲ୍ ପିଲାଙ୍କ ମୃତ୍ୟୁ ଘଟିଥିଲା । ଡାରିଭିଟ୍ ହାଇସ୍କୁଲ୍ରେ ଇଂରାଜୀ ଓ ବିଜ୍ଞାନ ଶିକ୍ଷକଙ୍କ ପଦ ଖାଲିଥିଲା । କିନ୍ତୁ ସଂଖ୍ୟାଲଘୁ ତୁଷ୍ଟିକରଣ ନୀତି ଅନ୍ତର୍ଗତ ପଶ୍ଚିମବଙ୍ଗ ସରକାର ଏଠାରେ ପିଲାମାନଙ୍କୁ ଊର୍ଦ୍ଦୁ ଶିକ୍ଷା ଦେବା ନିମନ୍ତେ ୨ ଜଣ ଊର୍ଦ୍ଦୁ ଶିକ୍ଷକଙ୍କୁ ନିଯୁକ୍ତ କରିଥିଲେ । ସ୍ଥାନୀୟ ଲୋକେ ଏହି ୨ ଜଣ ଶିକ୍ଷକଙ୍କୁ ସ୍କୁଲ୍ରେ ପୂରାଇ ଦେଉନଥିଲେ । ଫଳରେ ରାଜ୍ୟ ସରକାର ଗୁରୁବାର ପୁଲିସ ଲଗାଇ ଦମନ କରିବାକୁ ଉଦ୍ୟମ କରିଥିଲେ । ପୁଲିସ ଫାୟାରିଂରେ ୨ ଜଣ ଛାତ୍ର ରାଜେଶ ସରକାର ଓ ତାପସ ବର୍ମନଙ୍କ ଆଜି ଦେହାନ୍ତ ହୋଇଯାଇଛି । ତେବେ ଏହି ଘଟଣା ପାଇଁ ପଶ୍ଚିମବଙ୍ଗର ମନ୍ତ୍ରୀ ପାର୍ଥ ଚାଟାର୍ଜୀ ଆର୍ଏସ୍ଏସ୍କୁ ଦାୟୀ କରିଥିଲେ । ତେଣୁ ଆର୍ଏସ୍ଏସ୍ ତାଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଲିଗାଲ୍ ନୋଟିସ୍ ପଠାଇଛି ।
Wednesday 3 October 2018
Monday 1 October 2018
Tuesday 28 August 2018
भविष्य का भारत – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण
दिल्ली में RSS का कार्यक्रम, 'भविष्य के भारत' पर संवाद करेंगे संघ प्रमुख
नई दिल्ली (जेएनएन)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अगले महीने राजधानी दिल्ली में कार्यक्रम होगा। ' भविष्य का भारत- आरएसएस का दृष्टिकोण' विषय पर यह कार्यक्रम 17 से 19 सितंबर तक दिल्ली के विज्ञानभवन में होगा। जहां भविष्य के भारत की परिकल्पना और संघ की सोच के विषय पर मोहन भागवत संवाद करेंगे।
संघ का कहना है कि प्रबुद्ध वर्ग राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर संघ का दृष्टिकोण जानने को उत्सुक है इसलिए समसामयिक मुद्दों पर संघ के विचार मोहन भागवत सबके सामने रखेंगे। संघ की ओर से प्रेस रिलीज कर इस कार्यक्रम की जानकारी दी गई है।
संघ की ओर से कहा गया है कि भारत आज विश्व में अपना विशिष्ट स्थान प्राप्त करने के लिए अग्रसर है। साथ ही समाज का एक बड़ा प्रबुद्ध वर्ग राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न विषयों पर संघ का दृष्टिकोण जानने को उत्सुक है, ऐसा अनुभव आ रहा है। इसी परिपेक्ष्य में इस व्याख्यानमाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में सरसंघचालक मोहन भागवत राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न समसामयिक मुद्दों पर संघ का विचार सब के सामने रखेंगे।
https://www.jagran.com/politics/national-rss-event-future-of-bharat-will-organized-next-month-in-delhi-18358810.html
राहुल गांधी को अपने कार्यक्रम में बुलाएगा आरएसएस, आयोजित होगा खुला सत्र
नई दिल्ली (जेएनएन)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कई दिनों से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर लगातार हमले बोल रहे हैं। इन हमलों को लेकर संघ की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया तो नहीं आई, लेकिन एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि संघ अगले महीने होने वाले अपने कार्यक्रम में राहुल गांधी को निमंत्रण देने की तैयारी में है। संघ के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने इसके संकेत दिए हैं। हालांकि अब तक इसे लेकर कोई भी औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है।
अगले महीने दिल्ली में RSS का कार्यक्रम
दरअसल, 17 से 19 सितंबर के बीच राजधानी दिल्ली में संघ का कार्यक्रम होने वाला है। 'भविष्य का भारत: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दृष्टिकोण' नाम के इस कार्यक्रम में राहुल गांधी को न्योता भेजा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, राहुल के अलावा सीपीआइ(एम) नेता सीताराम येचुरी समेत अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और समाज के सभी वर्ग के लोगों को भी संघ निमंत्रण देने की तैयारी में है। राजनीति के अलावा अन्य क्षेत्र व संगठन के लोगों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने की संभावना है। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक लोग शामिल होंगे। इसमें विदेशी राजनयिक भी होंगे।
दरअसल, 17 से 19 सितंबर के बीच राजधानी दिल्ली में संघ का कार्यक्रम होने वाला है। 'भविष्य का भारत: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दृष्टिकोण' नाम के इस कार्यक्रम में राहुल गांधी को न्योता भेजा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, राहुल के अलावा सीपीआइ(एम) नेता सीताराम येचुरी समेत अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और समाज के सभी वर्ग के लोगों को भी संघ निमंत्रण देने की तैयारी में है। राजनीति के अलावा अन्य क्षेत्र व संगठन के लोगों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने की संभावना है। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक लोग शामिल होंगे। इसमें विदेशी राजनयिक भी होंगे।
https://www.jagran.com/politics/national-ncr-rss-is-planning-to-invite-congress-president-rahul-gandhi-and-yechury-for-their-bhavishya-ka-bharat-event-18358789.html
क्या आरएसएस के मंच से राहुल बताएंगे कैसा होना चाहिए 'भविष्य का भारत', संघ भेजेगा न्योता
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस का मंच कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों के लिए हमेशा से विवादों में रहा है। पिछले दिनों पूर्व राष्ट्रपति के नागपुर आरएसएस के कार्यक्रम में जाने को लेकर कांग्रेस जहां दो फाड़ में बंट गई थी वहीं अब खबर आ रही है कि आरएसएस कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी सहित विपक्ष के कई नेताओं को दिल्ली में आयोजित होने वाले अपने एक कार्यक्रम 'भविष्य का भारत: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण' में हिस्सा लेने के लिये आमंत्रित करेगा।
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक आरएसएस अभी इस फैसले पर विचार कर रहा है लेकिन आरएसएस के कार्यक्रम में बुलाए जाने से ही मीडिया सहित कांग्रेस में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 'प्रबुद्ध लोगों' से संवाद करेंगे।
यह कार्यक्रम 17 से 19 सितंबर तक दिल्ली के विज्ञानभवन में चलेगा। प्रबुद्ध वर्ग राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर संघ का दृष्टिकोण जानने को उत्सुक है इसलिए समसामयिक मुद्दों पर संघ के विचार मोहन भागवत सबके सामने रखेंगे।
हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की है। लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आरएसएस भारत के हर संस्थान पर कब्जा कर देश के स्वरूप को ही बदलना चाहता है।
यह कार्यक्रम 17 से 19 सितंबर तक दिल्ली के विज्ञानभवन में चलेगा। प्रबुद्ध वर्ग राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर संघ का दृष्टिकोण जानने को उत्सुक है इसलिए समसामयिक मुद्दों पर संघ के विचार मोहन भागवत सबके सामने रखेंगे।
हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की है। लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आरएसएस भारत के हर संस्थान पर कब्जा कर देश के स्वरूप को ही बदलना चाहता है।
आरएसएस के प्रचारक अरुण कुमार का कहना है कि इस बैठक में समाज के हर क्षेत्र के लोगों को बुलाया जाएगा। जाहिर है कि राजनीतिक दलों को भी बुलाया जाएगा, हम सभी राजनीतिक पार्टियों को न्योता देने जा रहे हैं। अरुण कुमार ने कहा कि राहुल गांधी अभी तक भारत को नहीं समझ पाए हैं, वह संघ को क्या समझेंगे।
https://www.amarujala.com/india-news/rss-going-to-invite-rahul-gandhi-and-sitaram-yechuri-for-a-delhi-event
'भविष्य का भारत' पर चर्चा के लिए राहुल गांधी को निमंत्रण भेजेगा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
न्यूज 24 ब्यूरो, नई दिल्ली ( 27 अगस्त ): कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कुछ समय से लगातार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच आरएसएस अगले माह होने वाले अपने एक कार्यक्रम के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और वाम नेता सीताराम येचुरी को निमंत्रण भेजने की तैयारी कर रहा है।
आरएसएस कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी सहित विपक्ष के कई नेताओं को दिल्ली में आयोजित होने वाले अपने एक कार्यक्रम 'भविष्य का भारत: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण' में हिस्सा लेने के लिये आमंत्रित करेगा।
आरएसएस का ये कार्यक्रम अगले महीने 17 से 19 सितंबर तक चलेगा। सूत्रों के मुताबिक इसमें 'भविष्य का भारत' कार्यक्रम के तहत राहुल और येचुरी समेत अन्य राजनीतिक दलों को आरएसएस की तरफ से न्योता भेजा जाएगा।
राहुल गांधी लगातार आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोल रहे हैं। हाल ही के दिनों में राहुल सीधे आरएसएस का नाम ले उसपर देश को बांटने का आरोप लगाते रहे हैं। विदेश दौरे पर गए राहुल ने लंदन में भी आरएसएस पर तीखा हमला बोला था और आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की थी।
आपको बता दें कि भविष्य के भारत की परिकल्पना और संघ की सोच के विषय पर मोहन भागवत संवाद करेंगे। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत देश के प्रबुद्ध नागरिकों से 'भविष्य का भारत-आरएसएस का दृष्टिकोण' विषय पर 17 से 19 सितंबर तक दिल्ली के विज्ञानभवन में संवाद करेंगे। प्रबुद्ध वर्ग राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर संघ का दृष्टिकोण जानने को उत्सुक है इसलिए समसामयिक मुद्दों पर संघ के विचार मोहन भागवत सबके सामने रखेंगे।
आरएसएस प्रचारक अरुण कुमार ने कहा कि इस बैठक में समाज के हर क्षेत्र के लोगों को बुलाया जाएगा। जाहिर है कि राजनीतिक दलों को भी बुलाया जाएगा, हम सभी राजनीतिक पार्टियों को न्योता देंगे। उन्होंने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि जो अभी तक भारत को नहीं समझ पाया है, वह संघ को क्या समझेगा।
आरएसएस कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी सहित विपक्ष के कई नेताओं को दिल्ली में आयोजित होने वाले अपने एक कार्यक्रम 'भविष्य का भारत: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण' में हिस्सा लेने के लिये आमंत्रित करेगा।
आरएसएस का ये कार्यक्रम अगले महीने 17 से 19 सितंबर तक चलेगा। सूत्रों के मुताबिक इसमें 'भविष्य का भारत' कार्यक्रम के तहत राहुल और येचुरी समेत अन्य राजनीतिक दलों को आरएसएस की तरफ से न्योता भेजा जाएगा।
राहुल गांधी लगातार आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोल रहे हैं। हाल ही के दिनों में राहुल सीधे आरएसएस का नाम ले उसपर देश को बांटने का आरोप लगाते रहे हैं। विदेश दौरे पर गए राहुल ने लंदन में भी आरएसएस पर तीखा हमला बोला था और आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से की थी।
आपको बता दें कि भविष्य के भारत की परिकल्पना और संघ की सोच के विषय पर मोहन भागवत संवाद करेंगे। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत देश के प्रबुद्ध नागरिकों से 'भविष्य का भारत-आरएसएस का दृष्टिकोण' विषय पर 17 से 19 सितंबर तक दिल्ली के विज्ञानभवन में संवाद करेंगे। प्रबुद्ध वर्ग राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर संघ का दृष्टिकोण जानने को उत्सुक है इसलिए समसामयिक मुद्दों पर संघ के विचार मोहन भागवत सबके सामने रखेंगे।
आरएसएस प्रचारक अरुण कुमार ने कहा कि इस बैठक में समाज के हर क्षेत्र के लोगों को बुलाया जाएगा। जाहिर है कि राजनीतिक दलों को भी बुलाया जाएगा, हम सभी राजनीतिक पार्टियों को न्योता देंगे। उन्होंने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि जो अभी तक भारत को नहीं समझ पाया है, वह संघ को क्या समझेगा।
अरुण कुमार ने कहा कि सारी दुनिया मुस्लिम आतंकवाद, मुस्लिम ब्रदरहुड से कितनी पीड़ित है। अगर ये समझते तो ये नहीं कहते, वैसे भी वो कहते हैं कि अभी पूरे भारत को नहीं समझ पाए हैं, जब भारत को नहीं समझा है तो संघ को नहीं समझ पाएंगे।
https://hindi.news24online.com/news/rss-will-invite-rahul-gandhi-other-opposition-leaders-in-its-program-b5eb0643
कांग्रेस, वामपंथी नेताओं को भागवत समझायेंगे- “भविष्य का भारत : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण”
नयी दिल्ली, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक माेहन भागवत देश के विभिन्न वर्गाें में संघ के दृष्टिकोण को स्पष्ट करने के लिए अगले माह कांग्रेस और वामदलों सहित विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं तथा कला, संस्कृति, शिक्षा, उद्योग एवं व्यापार आदि क्षेत्रों के प्रबुद्ध लोगों के साथ संवाद करेंगे।
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 17, 18 एवं 19 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में “भविष्य का भारत : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण” विषय पर तीन दिवसीय व्याख्यानमाला का आयोजन किया जाएगा। इसमें राजनीति, सामाजिक क्षेत्र, कला, संस्कृति, उद्योग एवं व्यापार आदि क्षेत्रों के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।
नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने 2019 मे बीजेपी को हराने की अपील की, कहा- ‘लोकतंत्र खतरे में ’
अरूण कुमार ने कहा कि भारत विश्व में आज विशिष्ट स्थान प्राप्त करने को अग्रसर है। ऐसा अनुभव में आया है कि समाज का एक बड़ा एवं प्रबुद्ध वर्ग राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर आरएसएस का दृष्टिकोण जानने काे उत्सुक है। संघ प्रमुख मोहन भागवत स्वयं व्याख्यानमाला में समसामयिक मुद्दों पर संघ का विचार सबके सम्मुख रखेंगे तथा लोगों के सवालों के जवाब भी देंगे।
यह पूछने पर कि क्या आरएसएस कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी आमंत्रित करेगा, उन्होंने कहा कि सभी को निमंत्रण भेजा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह संघ का विशेषाधिकार है कि वह किन्हें आमंत्रित करता है। राहुल गांधी द्वारा लंदन में संघ की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से किये जाने से संबंधित एक सवाल पर अरूण कुमार ने कहा कि राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि वह भारत के सर्वधर्म समभाव के दर्शन को समझना चाहते हैं। इस समय वह भारत को जानने की प्रक्रिया में हैं। एक बार वह भारत को समझ लेंगे तो संघ को समझना आसान होगा।
http://news85.in/mohan-bhagwat-will-explain-rss-ideology/
भविष्य का भारत पर चर्चा के लिए राहुल गांधी को आरएसएस का न्योता | सीताराम येचुरी
Monday 20 August 2018
Tuesday 29 May 2018
ସଂଘର ସ୍ୱୟଂସେବକମାନଙ୍କୁ ସମ୍ବୋଧନ କରିବେ ପ୍ରଣବ ମୁଖାର୍ଜି
Friday 18 May 2018
Tuesday 15 May 2018
Sangh Shiksha Varg – Pratham Varsh inaugurated at Jajpur,Odisha
Sunday 15 April 2018
Thursday 8 March 2018
3 day ABPS to start at Nagpur from 9th March
3 day ABPS to start at Nagpur from 9th March
3-day crucial RSS meet begins in Nagpur from tomorrow
Nagpur: The three day crucial meeting of the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) will begin here tomorrow and it will elect its new office bearers, along with the new general secretary and joint general secretaries.
The senior RSS leader and akhil bharatiya pracharak pramukh of the organisation, Manmohan Vaidya said that the name of new general secretary will be known to press on March 10 without giving any indication whether incumbent general secretary Bhaiyyaji Joshi will continue or will be replaced. Joshi’s fate was in balance due to health issues, sources added.
The general secretary, the executive head of the organisation, is elected by an all-India body of delegates, called ABPS, every three years. The Sar Karyavah (general secretary) then nominates other office bearers, including the four joint general secretaries, in consultation with the RSS chief. Though the ABPS is supposed to meet every year, the election of office bearers takes place only after three years.
The meeting is quite significant ahead of the ensuing Karnataka and a couple of other state elections and the general elections in 2019. The RSS had played a pivotal role in creating “Modi wave” across the country before the last elections leading to BJP’s landslide victory in 2014.
Around 1,500 delegates are expected to attend the meeting. The main focus of the meeting will be on charting out the course of action and efforts to be made for the next three years, Vaidya said. The BJP president Amit Shah, general secretary (organisation), Ramlal, senior BJP functionary, Ram Madhav and other senior party leaders are expected to attend the meeting on March 9.
Replying to a query on statues of leaders being vandalised in various parts of the country, Vaidya said, “All these incidents are very unfortunate.”
स्त्रोत :http://www.maharashtratoday.in/3-day-crucial-rss-meet-begins-nagpur-tomorrow/
RSS' highest decision-making body to begin three-day meet from tomorrow, election of new sarkaryavah may be on cards
Mar 08, 2018 18:37:09 IST
A three-day meeting of the RSS's highest decision-making body - the Akhil Bharatiya Pratinidhi Sabha (ABPS) - will begin from 9 March in Nagpur. The meeting assumes significance as major organisational changes in the Sangh and its affiliates are likely to be decided.
The meeting, which is held every three years, will be the last annual meeting before the 2019 Lok Sabha elections. In the meeting, the agenda of action for the next three years will be laid down. Around 1,500 delegates of the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) from across the country are expected to attend the meeting, in which a host of issues will be discussed and deliberated upon.
All the regional heads of the RSS and its affiliates will attend the meeting. BJP chief Amit Shah is also expected to attend the meeting.
There are reports that during the meeting, a major organisational change may be announced and a new general secretary of the Sangh may be appointed in place of the incumbent Bhaiyyaji Joshi.
The election to choose the sarkaryavah
The sarkaryavah or general secretary is effectively the second most important position in the Sangh. The general secretary is the executive head of the organisation who looks after day-to-day activities.
While the sarshanghachalak is the top post of the RSS, its incumbent is seen in the role of a philosopher and guide leading the organisation.
According to a report in The Indian Express, usually on the second day of the three-day ABPS meeting, the incumbent sarkaryawah announces the election. An election officer is then appointed from among the senior functionaries.
One of the senior functionaries then proposes a name for the new sarkaryawah. The proposed name is generally accepted, and the new sarkaryawah is announced, added the report.
The current sarkaryawah Suresh alias Bhaiyyaji Joshi was appointed to the post for the third consecutive time in March 2015. There was speculation in 2015 about Joshi stepping down and deputy Sahsarkaryawah Dattatreya Hosbale taking the charge.
According to The New Indian Express report, Joshi, now in his 70, is likely to pass the mantle to Hosabale due to health reasons. A senior RSS functionary, on the condition of anonymity, told The New Indian Express that Hosabale’s elevation has been on the cards for a long time.
However, according to this Indian Express report, no such move is apparently afoot. “Bhaiyyaji hasn’t given any indication that he wants to step down. So, it is unlikely that he will be replaced,” a middle-level RSS functionary was quoted as saying by The Indian Express.
Why is the election important?
According to News18, a change of guard in the Sarkaryavah's position historically has had a direct bearing on Sangh’s relations with the BJP. The election is also important as the BJP is trying to make inroads into Karnataka in the upcoming Assembly polls. For this, the BJP will require help from the RSS.
On Tuesday, it was reported that top BJP leaders, including BS Yeddyurappa and Union minister Ananth Kumar, held a meeting with RSS leaders to chalk out the Sangh Parivar's plan for the upcoming Assembly polls in Karnataka.
The Sangh, however, said it would not directly involve itself in giving electoral help to BJP, but has given freedom to its swayamsevaks (volunteers) to do so.
With inputs from agencies
स्त्रोत :
http://www.firstpost.com/india/rss-highest-decision-making-body-to-begin-three-day-meet-from-tomorrow-election-of-new-sarkaryavah-may-be-on-cards-4381723.html
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Nagpur Last Updated at March 8, 2018 19:15 IST
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Crucial RSS meet begins in Nagpur tomorrow
A crucial triennial meeting of the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) will begin here tomorrow and will chalk out its agenda and course of action for the next three years.The Akhil Bhartiya Pratinidhi Sabha will also elect the next Sarkaryawah (General Secretary), the executive head of the organisation who looks after its day-to-day activities, on March 10.According to reports, there might be a change in the leadership in the RSS, the ideological parent of the ruling BJP.Bhaiyyaji Joshi is currently the Sarkaryawah, effectively the number two after Sarsanghchalak Mohan Bhagwat.Addressing a press conference ahead of the three-day meet, RSS leader Manmohan Vaidya said that elected representatives will take part in the election of 'Sarkaryawah'.Vaidya, the publicity in-charge of the organisation, said around 1,500 delegates are expected to attend the meeting."The main focus of the meeting will be on charting out the course of action and efforts to be made for the next three years," he said.BJP president Amit Shah, general secretary Ram Madhav and other senior party leaders are expected to attend the meeting on March 9.Replying to a query on statues of leaders being vandalised in various parts of the country, Vaidya said, "All these incidents are very unfortunate.
(This story has not been edited by Business Standard staff and is auto-generated from a syndicated feed.)
स्त्रोत :http://www.business-standard.com/article/pti-stories/crucial-rss-meet-begins-in-nagpur-tomorrow-118030801011_1.html
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The ABPS meeting will be held in the premises of Dr Hedgewar Smruti Mandir in Reshimbagh here. Around 1,500 important office-bearers of RSS and its affiliated organisations from across the country participate in the meeting in various sessions. These include national executive members of RSS, Sanghchalak from various Kshetras and Prantas; President, General Secretary, and Organising Secretary of 36 affiliated organisations in ‘Sangh Parivar’; and invited members participate in the meeting.
Prominent leaders of Bharatiya Janata Party, Rashtra Sevika Samiti, Swadeshi Jagaran Manch, Vishwa Hindu Parishad, Bharatiya Kisan Sangh, Vanavasi Kalyan Ashram, Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad, Bharatiya Mazdoor Sangh, Vidya Bharati, Vijnana Bharati, Krida Bharati, Seva Bharati, Sanskrit Bharati, Sanskar Bharati, Laghu Udyog Bharati, etc attend the meeting.
In its meeting, ABPS deliberates on various issues of national importance and passes resolutions that are made public through media. The resolutions reflect RSS’ perspective on these issues. In its meeting held last year, ABPS had passed a resolution expressing concern over rise in jehadi activities in West Bengal.
It may be mentioned here that the ABPS held its first meeting in January 1950 at the headquarters of RSS. Bhaiyyaji Dani was elected as the first Sarkaryawah of RSS. Appaji Joshi, the then former Sarkaryawah, had presided over the meeting. After every three years, ABPS chooses Sarkaryawah of RSS.
Currently, Bhaiyyaji Joshi is Sarkaryawah. He was first elected as Sarkaryawah in 2009.
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Dattatreya Hosabale to be elevated as No 2 in RSS?
MUMBAI: A major organisational change in the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) and its affiliates is on the cards during its annual Akhil Bharatiya Pratinidhi Sabha (ABPS) – the highest decision making body of the RSS - meeting at Nagpur next week.
Around 1,500 representatives of the RSS and affiliate organisations elect the Sarkaryavah (General Secretary) of the RSS at the ABPS meet every three years.
Now in his 70s, current Sarkaryavah Suresh aka Bhaiyaji Joshi was first elected to the post in 2009. During the past two years, due to health reasons, he had shared part of his work with Saha-Sarkaryavah (Joint General Secretary) Dattatreya Hosabale.
At the ABPS meeting next week, Joshi is likely to formally pass the baton to Hosabale (63).
While the Sarasanghachalak is the head of the RSS, the Sarkaryavah is the executive head who also steers other organisations in the RSS family. The position becomes crucial with the general elections barely a year away.
While the Sarasanghachalak is the head of the RSS, the Sarkaryavah is the executive head who also steers other organisations in the RSS family. The position becomes crucial with the general elections barely a year away.
Though the Sarkaryavah is elected, the Sarasanghachalak is not. He is nominated by the outgoing chief and can hold the position for life. There have been exceptions when some of them abdicated to infuse fresh blood in the leadership matrix.
A senior RSS functionary in the national executive team, who didn’t want to be named, said Hosabale’s elevation was on the cards for a long time. He, however, chose to keep his fingers crossed. “The ABPS meet is at Nagpur between March 9 and 11 and whatever changes are there would be known only on March 11,” he said.
Several other changes too are expected, like inter- and intra-organisational transfers of the organising secretaries. Major changes in organising secretaries of the Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad (ABVP) and the Bharatiya Janata Party (BJP) are likely to be announced. Sunil Ambekar, the national organising secretary of ABVP who hails from Nagpur and has worked in Gujarat for several years, is likely to be transferred to the BJP while BJP’s organising secretary Ramlal, who has several health issues, is likely return to the parent RSS fold.
The Maharashtra BJP too is on the lookout for an organising secretary after Ravindra Bhusari resigned last June. His successor could be named during the meet.
Lateral entrant from Vidyarthi Parishad
Dattatreya Hosabale, who hails from Sorab in Karnataka’s Shimoga district, started off as a full time worker of the ABVP before becoming its national head. He was later laterally inducted into the RSS and grew in stature.
स्त्रोत:http://www.newindianexpress.com/nation/2018/mar/03/dattatreya-hosabale-to-be-elevated-as-no-2-in-rss-1781326.html
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RSS’ AKHIL BHARATIYA PRATINIDHI SABHA MEET IN CITY FROM 9TH
Staff Reporter,
Akhil Bharatiya Pratinidhi Sabha (ABPS), the highest decision-making body of Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS), will meet in the city from March 9 to March 11. The ABPS chooses Sarkaryawah of RSS after every three years, and hence this year’s meeting has got a special significance.
The ABPS meeting will be held in the premises of Dr Hedgewar Smruti Mandir in Reshimbagh here. Around 1,500 important office-bearers of RSS and its affiliated organisations from across the country participate in the meeting in various sessions. These include national executive members of RSS, Sanghchalak from various Kshetras and Prantas; President, General Secretary, and Organising Secretary of 36 affiliated organisations in ‘Sangh Parivar’; and invited members participate in the meeting.
Prominent leaders of Bharatiya Janata Party, Rashtra Sevika Samiti, Swadeshi Jagaran Manch, Vishwa Hindu Parishad, Bharatiya Kisan Sangh, Vanavasi Kalyan Ashram, Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad, Bharatiya Mazdoor Sangh, Vidya Bharati, Vijnana Bharati, Krida Bharati, Seva Bharati, Sanskrit Bharati, Sanskar Bharati, Laghu Udyog Bharati, etc attend the meeting.
In its meeting, ABPS deliberates on various issues of national importance and passes resolutions that are made public through media. The resolutions reflect RSS’ perspective on these issues. In its meeting held last year, ABPS had passed a resolution expressing concern over rise in jehadi activities in West Bengal.
It may be mentioned here that the ABPS held its first meeting in January 1950 at the headquarters of RSS. Bhaiyyaji Dani was elected as the first Sarkaryawah of RSS. Appaji Joshi, the then former Sarkaryawah, had presided over the meeting. After every three years, ABPS chooses Sarkaryawah of RSS.
Currently, Bhaiyyaji Joshi is Sarkaryawah. He was first elected as Sarkaryawah in 2009.
स्त्रोत:http://thehitavada.com//Encyc/2018/3/8/RSS--Akhil-Bharatiya-Pratinidhi-Sabha-meet-in-city-from-9th.aspx
Monday 26 February 2018
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